“तो अब सरकार क्या करें इस वर्दी का।” भालू पूछता है ?
“करेंगे क्या इस वर्दी को रात को कम सुनने वाले कम देखने वाले गधे से इस वर्दी को नदी के पानी में अच्छी तरह धूलवाएगे।” बब्बर शेर बोल
“सही कहा सरकार चोरी कि पुलिस कि वर्दी को धूलवाएगे और नदी में बदन रगड़ रगड़ के नहाएंगे तो अब सरकार गधे को ढूंढना शुरू हो जाते हैं।” भालू बोला
“चल मोड बुलेट मोटरसाइकिल गधे के ठिकाने की तरफ।” बब्बर शेर बोला
और दोनों मोटरसाइकिल स्टार्ट करके वहां से गधे के ठिकाने की तरफ चल देते हैं उनके जाते ही भेड़िया और गेंडा गधे को झाड़ियों के पीछे से घसीटते हुए कच्ची सड़क पर लाकर दोबारा पीटना शुरू कर देते और तभी उन्हें दोबारा बुलेट मोटरसाइकिल की आवाज सुनाई देने लगती है।
इस बार उनके झाड़ियों के पीछे छिपने से पहले बब्बर शेर भालू वहां पहुंच जाते हैं नशेड़ी भेड़िया और गैड़ा भालू बब्बर शेर को अपने करीब आते देख गधे को बब्बर शेर भालू को कुछ ना बताने कि जान से मारने की धमकी देकर वहां से भाग जाते हैं।
भालू दर्द से करहा रहे गधे के पास मोटरसाइकिल धीरे करके बब्बर शेर से कहता है “सरकार आपने सही कहा था ईमानदारी से चौकीदार की ड्यूटी पूरी करके गधे को ढूंढेंगे तो हमें ईमानदारी से ड्यूटी करने का फल जरुर मिलेगा देखो सरकार गधा बिना ढूंढे ही हमें मिल गया है।
भालू मोटरसाइकिल पेड़ के नीचे खड़ी करके बब्बर शेर को वहीं रुकने की बोलकर गधे के पास पहुंचकर गधे को दर्द से करहता हुआ देखकर बब्बर शेर को आवाज लगाकर बोलता है “ सरकार जल्दी आओ लगता है, हमें ज़िन्दगी भर खुजली बर्दाश्त करनी पड़ेगी, क्योंकि गधा तो कुछ ही क्षणों में दुनिया छोड़ने वाला हो रहा है।”
“क्या बात कर रहा है एक-दो दिन पहले जब यह मुझे मिला था तो बिल्कुल तंदुरुस्त था और एक गधी को देखकर गाने गा रहा था एक-दो दिन में ऐसा क्या हो गया है।” बब्बर शेर बोल
गधा बब्बर शेर के पैरों में गिरकर कहता है “सरकार मेरी यह हालत भांग धतूरा खाने वाले भेड़िए गैंडे ने की है।”
बब्बर शेर गुस्से में कहता हैं “उन दोनों का आतंक हद से ज्यादा बढ़ता जा रहा है अब तो मुझे उनको उनके गुनाहों की सजा देनी ही पड़ेगी।” यह कहकर बब्बर शेर गुस्से में दहाड़ता हैं।
बब्बर शेर की दहाड़ भेड़िए गेंडे के कानों में जब पहुंचती है तो वह समझ जाते हैं, हमारा आतंक इस जंगल में हद से ज्यादा बढ़ गया है इसलिए बब्बर शेर हम दोनों को मौत की सजा दिए बिना मानेगा नहीं अब इस जंगल से भाग कर ही हमारी जान बच सकती है लेकिन इसके साथ ही दोनों यह फैसला भी लेते हैं की गधे की वजह से हमें अपना जंगल छोड़कर भागना पड़ रहा है, इसलिए पहले गधे को मौत के घाट उतरेंगे फिर उसके बाद अपने जंगल से हमेशा के लिए विदा लेंगे।
भालू बब्बर शेर की गधे की प्रति सच्ची हमदर्दी देखकर भोलू कुत्ता परी कुतिया पेड़ के पीछे से बाहर निकाल कर बब्बर शेर भालू के पास आकर सारी कहानी बब्बर शेर भालू का बताते हैं उनकी पूरी बात ध्यान से सुनकर बब्बर शेर कहता है “पहले हम भेड़िए गधे को जंगल की पंचायत में सजा सुनाएंगे उसके बाद हम स्वयं परी कुत्तिया को उसकी मालकिन के पास शहर के अस्पताल में छोड़ कर आएंगे।”
जमीन पर दर्द से तड़पता हुआ गधा बोलता है “ सरकार अगर आप परी कुत्तिया को शहर के अस्पताल में उसकी मालकिन के पास स्वयं छोड़ने जाओगे तो अस्पताल क्या पूरा शहर आपके डर से खाली हो जाएगा और पूरे शहर में एक ही आवाज गूंजेगी भागो शेर आया ।”
“सरकार गधा सही कह रहा है, और यह भी हो सकता है कि इंसान आपको कैद करके दोबारा सर्कस में पहुंचा दें।” भालू बोला
“चलो ठीक है इस बात का भी फैसला जानवरों की पंचायत में होगा की परी को शहर कौन सा जानवर छोड़ने जाएगा।”
और फिर बब्बर शेर अपने बदन पर इधर उधर खुजली करते हुए कहता है सारी बातों का फैसला अब बाद में होगा सबसे पहले मुझे अपनी पुलिस की मैली कुचेली वर्दी गधे से धूलवानी अगर मेरे बदन पर ऐसे ही खुजली होती रही तो मैं गुस्से में पूरे जंगल के जानवरों को मौत की सजा दे दूंगा।”
“बब्बर शेर सरकार ऐसा सोचो भी नहीं मैं पहले से तंदुरुस्त हूं, मैं अभी आप दोनों की पुलिस की वर्दी नदी किनारे रगड़ रगड़कर धोता।”गधा जमीन से खड़ा होकर बोला
“चलो फिर सब जल्दी से नदी के किनारे चलो।” भालू बोला गधे को नदी की तरफ जाते देखा भेड़िया गैड़ा भी उससे बदला लेने के लिए छुप-छुप कर नदी की तरह चल देते हैं।
नदी के किनारे पहुंच कर बब्बर शेर भालू के कान के पास आकर धीरे से बोलता है “पुलिस की वर्दी धूलवाने के लिए अपनी पुलिस की वर्दी हमें गधे को उतार कर देनी पड़ेगी हम दोनों को नंगा देखकर तो परी कुतिया डर दहशत से मर जाएगी।”
“इस समस्या का हल आपके वफादार ने पहले ही ढूंढ लिया है।” भालू बोला
“जल्दी बता मेरे वफादार दोस्त।” बब्बर शेर बोल
“जो दूर नदी के किनारे किनारे बरगद का पेड़ नजर आ रहा है, उसके पीछे छिपकर अपनी पुलिस की वर्दी उतार कर दूर से ही गधे की तरफ फेंक देंगे और फिर बरगद के पेड़ की ओट में ही नदी में घुसकर अच्छी तरह नहा लेंगे।” भालू बोला
“तेरी बात में तो दम है लेकिन इस जाड़े के मौसम में नदी के बर्फीले पानी के अंदर अगर हम दोनों जल्दी से नहीं घुस पाए और बरगद के पेड़ के ऊपर परिवार के साथ रहने वाले बुड्ढे गिद्ध के परिवार ने हम दोनों को एक साथ नंगा देख लिया तो बुढ़े गिद्ध के पोती पाते हमे नंगा देखकर बेहोश होकर बरगद के पेड़ से नीचे गिर जाएंगे और उसके बाद बुढ़ा गिद्ध हमारा इस जंगल में रहना मुश्किल कर देगा।”बब्बर शेर बोल
“आप भी सरकार आधी रात को गिद्ध और उसका परिवार खर्राटे ले लेकर सो रहा होगा इसलिए आप शांति से मेरे साथ चलो कुछ नहीं होगा।” भालू बोला
बब्बर शेर भालू बरगद के पेड़ के पीछे से अपने कपड़े उतार कर गधे की तरफ फैंक देते हैं गधा उनकी गंदी बदबूदार पुलिस की वर्दी को अच्छी तरह धोने के लिए नदी के दूसर किनारे कि तरफ चला जाता है।
गिद्ध के पोते पाती बब्बर शेर भालू के नदी में नहाने के लिए कूदने से पहले ही उन दोनों को नंगा देख ले लेते हैं और फिर जोर-जोर से चिल्ला चिल्ला कर रोते हुए कहते हैं “बचाओ दो नंगे भूत बचाओ दो नंगे भूत।” और यह शोर मचाते हुए गिद्ध के एक-दो पोती पाते बरगद के पेड़ से लुढ़ककर जमीन पर गिर जाते हैं।
गिद्ध के नींद से जागाने से पहले भालू और बब्बर शेर नदी के पानी में छुपने की कोशिश करते हैं, लेकिन कड़ाके की ठंड कि वजह से नदी का पानी बर्फ जैसा ठंडा हो रहा था।
वह दोनों जैसे ही अपना एक-एक पैर नदी के बर्फीले पानी में डालते हैं, तो उनकी चीख निकल जाती है उनकी चीख सुनकर बूढ़े गिद्ध के नाती पोते डर दहशत से चिल्ला चिल्ला कर लदर पदार बरगद के पेड़ से नीचे गिरने लगते हैं अपने नाती पोते पाती कि चीख पुकार सुनकर बूढ़ा गिद्ध नींद से जाग जाता है और बब्बर शेर भालू से कुछ भी कहे बिना उनको अच्छी तरह पहचाने बिना उन पर आक्रमण कर देता है।
बुढ़ा गिद्ध उन्हें अपनी मोटी मजबूत चोंच नुकीले नाखूनों से बुरी तरह घायल करना शुरू कर देता है। तब भालू बब्बर शेर आग पीछा देखे बिना वहां से दौड़ लगा देते हैं नदी के किनारे बब्बर शेर और भालू की सर्कस से चुराई पुलिस की वर्दी गधा रगड़ रगड़ कर धो रहा था और उसके पास परी कुत्तिया भोलू कुत्ता बैठकर उससे जंगल कि बातें पूछ रहे थे, तभी उन सबको अपने पीछे से भालू बब्बर शेर आंख मिचकर भागते हुए दिखाई देते हैं गधा उन्हें देखकर आवाज लगाकर रोकने की जैसे ही कोशिश करता है तभी बब्बर शेर भालू के पीछे बूढ़ा गिद्ध हवा में उड़ता हुआ वहां पहुंच जाता है और गधे से पूछता है? “तू इन दोनों को पहचानता है।”
“बहुत अच्छी तरह से यह दोनों सर्कस के भागे हुए बब्बर शेर और भालू थे।”गधा बताता है