पहली मुलाकात ❣️

1293 Words
यह कहानी है एक बिजनेसमैन की लड़की की जो की दुनिया के सामने तो एक बैड गर्ल है पर वही दुनिया से छुपा कर वह गैंगस्टर की दुनिया की बॉस इसके बारे में किसी को कुछ नहीं पता। चलो ले चलते हैं। इस गैंगस्टर लड़की के जिंदगी के पन्नों के बारे में आप लोगों को रूबरू कराने। माया अपने कमरे में सो रही थी। उसके कमरे में सूरज की रोशनी के कितने पड़ रही थी। और चारों और एक खुशबू सी फैली हुई थी। चिड़ियों के चहचहाट। इतने में ही माया के फोन में एक रिंग बजी। हम देखते हैं माया को जो कि अपने बिस्तर से उतरी। उसने अपने स्लीपर पहने और फोन की ओर चल दिया। हम देखते हैं माया को जिसके बाल छोटे-छोटे हैं। उसके गर्दन में ट्रायंगल टैटू बना हुआ है। उसके हाथों पर ड्रैगन का एक छोटा सा टैटू बना हुआ है। माया की आंखें बुरी है। वह फोन की और बड़ी और कॉल उठाया। कॉल पर कोई आदमी बोल रहा था माया में जल्दी ही इंडिया आना होगा तुम्हारे पापा का तबीयत बहुत खराब है। वह तुमसे मिलना चाहते हैं। माया यह खबर सुनते ही फौरन ही थाईलैंड से इंडिया के लिए रवाना हो गई। माया ने अपना सामान पैक किया और एयरपोर्ट की और चल पड़ी। उसे इंडिया जाने की बहुत जल्दी थी क्योंकि वह अपने पापा से बहुत प्यार करती थी। वह नहीं चाहती थी कि उन्हें कुछ हो इसलिए वह फटाफट एयरपोर्ट की ओर चलदिया। उसने इंडिया के लिए एयरपोर्ट से हवाई जहाज की टिकट। 9:40 पर इंडियन एयरलाइन की एरोप्लेन लैंड होने वाली थी। जो 9:35 होने पर एयरलाइन का संदेश जारी हुआ की इंडिया को रवाना होने वाले इंडियन एयरलाइन जल्द ही इंडिया के लिए रवाना होने वाला है तो कृपया यात्री गण अपने सीटों पर बैठ जाए। माया ने अपना सूटकेस पड़ा आंखों में चश्मा लगाते हुए अपनी सीट की और बड़ी। वह अपनी सीट पर बैठी और फोन पर कुछ देखने लगी। 12:00 इंडियन एयरलाइन एरोप्लेन इंडिया में मुंबई सिटी में लॉन्च लैंड होने वाली थी। जल्दी एयरप्लेन मुंबई एयरपोर्ट में लैंड हुई। माया ने अपना सूटकेस पड़ा और एयरपोर्ट से निकाल कर टैक्सी की ओर बढ़ने लगे। वह इतनी जल्दी मैं थी कि आसपास कौन आ जा रहा उसकी तरफ उसने ध्यान नहीं दिया। वह बहुत तेजी और रफ्तार से टैक्सी स्टैंड की ओर बढ़ने लगी। टैक्सी स्टैंड की ओर जाने के टाइम उससे एक लड़की जाकर टकरा गई। उसे लड़की ने पिंक स्कर्ट स्कर्ट एंड टॉप पहना हुआ था उसकी आंखें पूरी थी। और चेहरे पर एक अलग ही नूर था। वह लड़की माया से इतनी जोर से टकराई कि वह नीचे गिर पड़ी और उसके पैरों पर और घुटनों पर चोट लग गई। पर माया तेरी एक अमीर घर की लड़की उसने उसे लड़की की ओर बिल्कुल भी गौर नहीं किया। और टैक्सी आते ही उसे पर बैठकर चली गई। वहां वह लड़की अपने घुटने को देख रही थी क्योंकि घुटने में चोट लगने के कारण खून निकल रहा था। उसने अपने हाथों से घुटनों को साफ किया और अपने छोटे से कॉलेज बैग से बैंडेज निकाल कर अपने चोट पर लगाया। उसे लड़की को कहीं जाने की बहुत जल्दी थी तो उसने अपने चोट पर बैंडेज लगाकर वहां से जल्दी में उठकर एयरपोर्ट की ओर जाने लगी। वह लड़की एयरपोर्ट पर पहुंची तभी सामने से एक लड़की आई और उसे गलेमिली। और बोलने लगी थैंक यू यार तुम मुझे एयरपोर्ट में रिसीव करनेआई। प्लीज से हमें पता लगा वह लड़की अपने दोस्त को एयरपोर्ट से रिसीव करने आई थी। जिसके कारण उसे चोट भीलग गई। वह लड़की अपने दोस्त को देखकर बहुत खुश हुई। क्योंकि उसके माता-पिता हमेशा ही बिजनेस के काम से बाहर रहते हैं। वह कितने दिनों बाद मकाउ से इंडिया आई थी पर उसके माता-पिता को उसे रिसीव करने का टाइम भी नहीं मिला। पर उसे अपने दोस्त को देखकर बहुत खुशी मिली कि कोई तो उसे लेने आया है। वैसे जोर से गले लगे और बहुत खुशहुई। पर इतने में ही वह लड़की ने दर्द से आवाज निकाली। इतने में उसके दोस्त ने देखा कि उसके पैर में घुटने पर चोट लगा है। जिसे देखकर उसकी दोस्त ने उसके घुटनों में चोट लगने का कारण बात पूछ आ। उसने उसने मुंह बनाते हुए कहा। यार आज का तो दिन ही खराब है क्या ही बोलूं सुबह से मेरे साथ कुछ ना कुछ हो ही रहा है। घर से एयरपोर्ट आने टाइम पहले मेरी साइकिल पंचरहोगी। फिर मुझे कब लेट मिली। उसके बाद जब एयरपोर्ट पहुंची तो एक अमीर घर की बिगड़े लड़की से टकरा गई। जिसके कारण मैं नीचे गिर गई और मेरे पैरों घुटनों में चोट लगागई। जबकि गलती उसे लड़की की थी वह इतनी तेज से आ रही थी कि मेरे पर आ लगी। माफी मांगने की बात ही छोड़ो। उसने तो मेरे को पूछा तक भी नहीं। पता नहीं कैसी परवरिश दी है उसके परिवार ने उसको। एक तो खुद दूसरों का नुकसान कर दिया और माफी भी नहीं मांगी मदद करने की तो बात दूर की है। उसकी दोस्त जिसका नाम छाया था उसने कहा अनिका इट्स ओके कोई बात नहीं यह तो होता ही रहता है। जिससे हमें पता लगता है उसे लड़की का name अनिका है और एयरपोर्ट वाली लड़की का नाम छाया। छाया ने मायरा को कहा कोई बात नहीं कभी तो कभी वह लड़की दोबारा जरूर मिलेगी तब हम उसे देख लेंगे। छाया एक होशियार और मजाकिया लड़की थी। उसने अनिका को उसे हादसा को और आज जो भी हुआ उसे भूल जाने कोकहा। अनिका यार कोई बात नहीं यह सब तो किसी न किसी के साथ कभी ना कभी होता ही है। चलो तुम उन सब बातों को छोड़ो सबसे पहले हम तुम्हारे घुटने और पैर पर लगे चोट के लिए दवाई दे आते हैं। नहीं तो इंफेक्शन हो जाएगा। और बढ़ जाएंगे। अनिका और छाया एयरपोर्ट से निकाल के छाया के घर की ओर चल दिया। छाया अपने घर पहुंची और देखा उसके माता-पिता अभी-अभी बिजनेस क से घर वापस आएथे। उसके माता-पिता छाया को मकाउ से वापस घर देकर बहुत खुशहुए। क्योंकि छाया 2 साल से मकाउ में अपनी स्टडी के लिए रुकी हुई थी। छाया के माता-पिता फैमिली और घर को देखकर ही पता लग रहा था कि वह कितने बड़े बिजनेसमैन के घर और फैमिली से जुड़ी हुई थी। उसके माता-पिता ने उसका फूलों से स्वागत किया। उसके लिए अलग-अलग घर में पकवान बनाए हुए थे। शाही पनीर मटर पनीर। पूरी चावल। छाया ने अपने घर से नाश्ता किया और अपनी बेडरूम में चलीगई। अनिका भी उसके पीछे-पीछे उसके बेडरूम मेंचली गई। वह दोनों वहां पर बैठकर अपने बचपन की बातें करनेलगी। वह कैसे एक दूसरे के घर आया जाया करते थे। खाना खाया करते थे।... इतने में छाया ने मायरा को बोला कि चलो यार मुझे तुम्हारे घर जाना है तुम्हारे मम्मी के हाथों का खाना खानाहै। क्योंकि उनके हाथों के बने खाना में घर वाली फीलिंग आती है। इतने में छाया और अनिका, छाया की गाड़ी में बैठकर दोनों अनिका के घर की ओर चलपड़े। वहां कृति की मम्मी अभी खाना बना रही थी। इतने में छाया तेजी से अनिका की मम्मी के गले लग पड़ी और बोली आंटी जी मैंने आपको बहुत मिस किया। अनिका ki मम्मी भी छाया को देखकर बहुत खुश हुई। इतने में अनिका की मम्मी ने बोला छाया बेटा बैठो मैं तुम्हारे लिए खाना लेकर आतीहूं। छाया ने बोला हां आंटी जी जल्दी लाओ बहुत भूख लगी है इसी के लिए तो मैं इतनी दूर से आईहूं। अनिका के घर को देखकर लग रहा था जैसे की वह बहुत ही गरीब है। और अनिका के पिता एक ने बस हादसे में अपनी जान गवा दिया। छाया और मायरा में बहुत ही प्यार था वह दोनों बहनों जैसे एक साथ रहते थे। कहानी को जानने के लिए आगे पढ़ते रहें ?❣️
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